‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ एक्ट्रेस मुनमुन दत्ता उर्फ बबीता जी सोमवार को हरियाणा के हांसी थाने पहुंचीं। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा दिए गए आदेशों के अनुसार दलित समाज पर टिप्पणी के मामले में दर्ज एससी/एसटी एक्ट के मामले में उन्हें जांच अधिकारी डीएसपी विनोद शंकर के समक्ष पेश होना पड़ा।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने मुनमुन दत्ता से 4 घंटे तक पूछताछ की और दलित समाज पर टिप्पणियों पर उसे जमानत पर रिहा कर दिया। 28 जनवरी को मुनमुन दत्ता की अग्रिम जमानत याचिका भी हिसार में एससी/एसटी एक्ट के तहत गठित विशेष अदालत ने खारिज कर दी थी।
जो नहीं जानते है उन्हें बता दे की इससे पहले 2021 में, मुनमुन ने अपने YouTube चैनल पर एक वीडियो पोस्ट किया था जिसमें उन्होंने एक विवादास्पद टिप्पणी की थी, जो सीधे अनुसूचित जाति समुदाय को लक्षित करती थी। वीडियो में, उसने कहा, “मैं यूट्यूब पर आ रही हूं, और मैं अच्छा दिखना चाहती हूं, भंगी की तरह नहीं दिखना चाहती।”
कोइमोई के अनुसार, मुनमुन दत्ता के वकील रजत कलसन ने खुलासा किया कि बबीता जी की अग्रिम जमानत याचिका हिसार में एससी/एसटी अधिनियम के तहत गठित एक विशेष अदालत द्वारा खारिज कर दी गई है। न्यायाधीश अजय तेवतिया ने उसकी जमानत खारिज कर दी, इसलिए उसकी गिरफ्तारी की संभावना अधिक है।