यदि व्यक्ति किसी चीज को करने की ठान ले तो उसे किसी भी मुकाम को पाने के लिए कोई रोक नहीं सकता। ऐसे ही एक उदाहरण आज हम बताने जा रहे हैं। पंजाबी बेन गुजरात के कच्छ में रहने वाले है। 5 साल की उम्र में ही पिता का देहांत होने के कारण चौथी क्लास के आगे पढ़ाई नहीं कर पाई। उनकी मां दूसरों के घर जाकर झाड़ू पोछा करती थी।
पाबी बेन अपनी बहनों में सबसे बड़ी थी तथा वह भी अपनी मां का हाथ बटाती थी और इतनी कम उम्र में ही वह भी कभी झाड़ू पोछा करती तो कभी खेतों मे अपनी मां के साथ काम करती थी। लेकिन पाबी बेन ने कभी हार नहीं मानी। बता दें कि उनके सामने मुश्किलों का पहाड़ खड़ा था लेकिन उन्होंने हमेशा सबका डटकर सामना किया। आज वह एक खुद कामयाब औरत है और अपने साथ अपने गांव का भी विकास कर रही हैं।
आज उनकी कला के डिमांड भारत ही नहीं बल्कि दूसरे देशों में भी है। बता दें कि उन्होंने 200 से ज्यादा महिलाओं को रोजगार और हजारों महिलाओं को अपने साथ भी जोड़ा है। आज उनकी खुद की कंपनी है जो कि सालाना कमाई 30 लाख रुपये करती है।
बहुत कम उम्र में छत्तीसगढ़ में शादी होने के बाद भी उनकी स्थिति कुछ ठीक नहीं थी। उन्होंने वापस अपने पति के साथ गुजरात आकर किराने की दुकान खोली एवं उसके साथ-साथ कढ़ाई बुनाई भी करना शुरू कर दिया।
2016 पाबी बेन ने पाबी बेन डॉट कॉम नाम से अपनी एक कंपनी शुरू की। शुरुआत में वह लोकल में काम करती थी लेकिन उसके बाद वह प्रदर्शनी में जाने के बाद कई शहरों में अपने स्टॉल भी लगाने लगी और इसके बाद उनका प्रमोशन होता गया। उन्होंने अपने प्रोडक्ट को बेचने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया एवं आज 40 से ज्यादा देशों में उनके प्रोडक्ट सप्लाई किए जाते हैं।