दोस्तों! बचपन के प्यार की बात करें तो कभी न कभी सभी को बचपन में किसी से प्यार जरूर होता है लेकिन सभी उस प्यार को अपने मुकाम तक नहीं पहुंचा पाते। कई बार जिंदगी में ऐसा समय आता है जब कसमें वादे सभी झूठे पड़ जाते हैं और सब बिखर जाता है। आपने यह भी सुना होगा कि बचपन में साथ बड़े हुए दो दोस्तों ने शादी कर ली। आज हम आपको चंडीगढ़ के एक ऐसे ही कहानी के बारे में बताने वाले हैं, जिसने विपरीत परिस्थितियों के बावजूद भी वाकई मिसाल रच दिया।
चंडीगढ़ के रहने वाले राहुल और अनामिका एक दूसरे से बचपन से ही प्यार करते थे लेकिन एक एक्सीडेंट के दौरान राहुल पहले की तरह चल सकने में असमर्थ हो गये। अब वह पूरी तरह से व्हीलचेयर पर निर्भर रहने लगे लेकिन इसके बावजूद अनामिका ने उनका साथ नहीं छोड़ा। चंडीगढ़ के रिहैब सेंटर की मदद से अनामिका और राहुल की शादी होने में काफी मदद मिली।
शादी के बाद पूछताछ के दौरान राहुल ने बताया कि हमें कभी भी जिंदगी में निराश नहीं होना चाहिए बल्कि जितनी भी मुसीबतें आए, हमेशा आगे बढ़ते रहना चाहिए। वहीं बात करें अनामिका की तो वह इस शादी से बहुत खुश है। उन्होंने खुद की खुशी जाहिर करते हुए अपनी बातों से प्रमाणित कर दिया कि लोगों के दिमाग में विकलांगता आ गई है। इससे उनकी सोच प्यार के सामने फीकी पड़ गई है।
बता दें कि राहुल और अनामिका दोनों बचपन के दोस्त रहे हैं और वे दोनों एक दूसरे प्यार भी करते थे। इसके बाद राहुल के साथ हुए उस एक्सीडेंट के बाद दोनों की जिंदगी में काफी उतार-चढ़ाव आए। हालांकि बात करें अनामिका के परिवार वालों की तो उनके परिवार में कुछ लोगों को इस शादी से ऐतराज था लेकिन इसके बावजूद दोनों ने शादी रचाई और अभी वे बेहद खुश हैं।