हालांकी कुछ दिनों में मध्य प्रदेश में बारिश लगातार होने के कारण उस राज्य के कई जगह बाढ़ आई। इतनी अधिक बारिश हुई कि 12 सौ से अधिक लोग बेघर और 600 से अधिक इमारतें पानी में डूब गई। इसी दौरान मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के पंचावली गांव में रविवार को नदी में चांदी के सिक्के की मिलने की खबर सामने आई। जैसे ही गांव वालों ने इस खबर को सुना वे बिना सोचे समझे नदी में चांदी के सिक्के लेने के लिए कूद पड़े।
हालांकि सिंधु नदी में जल की रफ्तार काफी तेज थी लेकिन ग्रामीणों ने अपनी जान को खतरे में डालकर नदी से चांदी के सिक्के को निकाला। ग्रामीणों को नदी से जो सिक्के मिले हैं, एक जानकारी के अनुसार वह 280 साल पुराने हैं। अर्थात यह चांदी के सिक्के 18वीं सदी के मालूम पड़ते हैं। महारानी विक्टोरिया की छाप भी कई सिक्कों में मिली। कई सिक्कों पर 1840 ईस्ट इंडिया कंपनी भी लिखा हुआ है। लेकिन इस बात की जानकारी अभी तक नहीं मिलेगी यह सिक्के कहां से इस स्थान पर पहुंचे।
हालांकि गांव वाले इस सिक्के को एक खजाना समझ कर बहुत खुश हो रहे हैं लेकिन इस बात की जानकारी अभी तक नहीं सामने आई कि सिक्के किसके हैं और यह कहां से आई। कौन है जिसने इतने पुराने सिक्कों को संभाल रखा था।
जैसे ही गांव वालों को पता चला कि नदी में पुराने सिक्के पाए गए हैं सभी नदी के किनारे एकत्रित हो गए। अपनी जान की कुछ लोगों ने परवाह किए बिना नदी में सिक्कों को खोजने के लिए कूद गए। भीड़ को कंट्रोल करने के लिए स्थानीय पुलिस को बुलाया था।
गांव में लगातार बारिश होने से बाढ़ के कारण बहुत से लोगों ने अपने घर खो दिए। कुछ लोगों का मानना है कि यह सिक्के बाढ़ में किसी घर के बह जाने के कारण पानी में मिले हैं। पुलिस द्वारा इसकी जांच जारी है।