दोस्तों हमारे देश में कई ऐसे लोग हैं, जो जुगाड़ लगाकर महंगाई से खुद का पीछा छुड़वाते हैं। यदि यह कहा जाता है कि भारत में तकनीकों के जुगाड़ में भारतीयों का दिमाग अधिक चलता है। तो यह गलत नहीं होगा। आज के इस पेट्रोल की महंगाई में माइलेज को नजर में रखकर गाड़ी खरीदते हैं और फिर भी सोचते हैं कि काश कुछ ऐसा जुगाड़ होता, जिससे कि पेट्रोल की खपत कम होती है।
कौशांबी गांव के पिपरी पहाड़पुर में विवेक पटेल नाम के एक इंसान रहते हैं। इनकी उम्र 40 वर्ष की है, और इन्होंने केवल बारहवीं तक ही पढ़ाई की है।
लेकिन फ्यूल इंजेक्शन टेक्निक में नए वेरिएंट को बनाने वाले विवेक की यह शानदार तकनीक बड़े ही काम की निकली।
उन्होंने लगभग दो दशक से 2 व्हीलर्स की माइलेज को बढ़ाने का प्रयास कर रहे थे। परंतु अब कुछ सालों में जाकर उन्हें सफलता मिली है। विवेक अपने घर और परिवार को चलाने के लिए शटरिंग का काम करते थे। लेकिन उसके साथ ही साथ वह जुगाड़ तकनीकी में भी बहुत मेहनत करते थे।
विवेक ने एक ऐसी तकनीक खोज निकाली, जो फ्यूल इंजेक्शन तकनीक पर आधारित है तथा प्राइवेट जेट लगाने की बाद टू व्हीलर्स की एवरेज दोगुनी हो जाती है, और पेट्रोल का खर्च आधी हो जाती है। हालांकि इन तकनीकी के बारे में प्रमाणीकरण के लिए ऑटोमोबाइल सेक्टर के स्पेशलिस्ट चेक कर प्रमाणित करना बाकी है।
इन तकनीकों से काफी लोगों को फायदा मिला है। अशोक कुमार की स्कूटी जो 6 माह पूर्व 1 लीटर पेट्रोल में 40 से 45 किलोमीटर तक चलती थी। अब वह 75 से 80 किलोमीटर तक चलती है। विवेक की इस कार्य के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की तरफ से प्रोत्साहन स्वरूप ₹25000 का पुरस्कार प्रदान किया गया , जो उन्हें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्य योगी नाथ द्वारा प्रदान किया गया।